अगर आप केमिकल इंडस्ट्री में नए इनोवेशन और ग्रोथ अपॉर्चुनिटीज को समझना चाहते हैं, तो PCBL Chemicals Limited का यह नया कदम आपका ध्यान खींच लेगा। PCBL, जो कि स्पेशलिटी कार्बन प्रोडक्ट्स में अपनी विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है, अब भारत का पहला Acetylene Black Plant स्थापित करने जा रहा है। यह प्रोजेक्ट एक चीनी कंपनी, Ningxia Jinhua, के साथ टेक्नोलॉजी ट्रांसफर एग्रीमेंट के माध्यम से होगा।

Acetylene Black Plant
Acetylene Black, जो कि लिथियम-आयन बैटरियों, पावर केबल्स, EV चार्जिंग और सेमीकंडक्टर्स में उपयोग होता है, अब भारत में भी बनेगा। PCBL का यह नया प्लांट भारत की बैटरी इंडस्ट्री की मांग को पूरा करेगा और वैश्विक बाजार में एक्सपोर्ट्स को बढ़ावा देगा। चीन से टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के माध्यम से यह प्लांट स्थापित करना PCBL के लिए एक रणनीतिक कदम है, जो इसे कंडक्टिव मैटेरियल्स के क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है।
बिजनेस आउटलुक
PCBL ने पिछले कुछ वर्षों में अपने स्पेशलिटी पोर्टफोलियो को काफी विस्तार दिया है। इसमें 50 से अधिक ग्रेड्स लॉन्च किए गए हैं, जो कि इंजीनियर्ड प्लास्टिक्स, इंक, पेंट्स, कोटिंग्स और कंडक्टिव मैटेरियल्स में उपयोग होते हैं। Acetylene Black का समावेश इसके कंडक्टिव सेगमेंट को और मजबूत करेगा।
साथ ही, PCBL ने Nanovace Technologies Ltd. नाम से एक संयुक्त उद्यम भी स्थापित किया है, जो नैनोसिलिकॉन उत्पाद विकसित करेगा Li-Ion बैटरी एनोड्स के लिए। पायलट प्लांट भी जल्द ही शुरू होने वाला है। ये सभी कदम PCBL को एनर्जी ट्रांज़िशन, ऑटो इलेक्ट्रिफिकेशन और सेमीकंडक्टर ग्रोथ जैसे वैश्विक ट्रेंड्स का हिस्सा बनाते हैं।
Acetylene Black मार्केट
Acetylene Black मार्केट, जो अभी 60,000 MT है, 19-20% CAGR से बढ़कर 2030 तक 150,000 MT तक पहुंचने का अनुमान है। PCBL का यह टेक्नोलॉजी अधिग्रहण इसे कंडक्टिव मैटेरियल्स की विविध रेंज में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है, जिससे इसका प्रोडक्ट मिक्स और मार्जिन प्रोफाइल दोनों में सुधार होगा।
Q3 फाइनेंशियल हाइलाइट्स
PCBL का Q3FY25 राजस्व ₹2,010 करोड़ था, जो कि YoY 21.3% ग्रोथ दिखाता है (Q3FY24: ₹1,657 करोड़)। लेकिन QoQ आधार पर 7.1% की गिरावट है (Q2FY25: ₹2,163 करोड़)। मुनाफा Q3FY25 में ₹93 करोड़ था, जो कि YoY 37.2% कम है (Q3FY24: ₹148 करोड़) और QoQ 24.4% की गिरावट है (Q2FY25: ₹123 करोड़)।
भारत का केमिकल सेक्टर
भारत का स्पेशलिटी केमिकल्स सेक्टर फूड प्रोसेसिंग, पर्सनल केयर और होम केयर जैसे सेक्टर्स की मांग के कारण तेजी से बढ़ रहा है। मिड-2024 तक ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक केमिकल्स का निर्यात US$ 14.09 बिलियन तक पहुंच चुका है। वैश्विक बदलाव, जैसे चीन से उत्पादन का हटना, भारत के लिए एक सुनहरा अवसर है। 2040 तक भारत का केमिकल्स मार्केट US$ 1 ट्रिलियन तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमें सरकारी पहल और निवेश का बड़ा योगदान होगा।
अंतिम विचार
PCBL का यह नया Acetylene Black प्लांट न केवल कंपनी की ग्रोथ को तेज करेगा, बल्कि भारत को वैश्विक कंडक्टिव मैटेरियल्स मार्केट में एक मजबूत खिलाड़ी बनाने में मदद करेगा। यह कदम भारत की बैटरी और सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को और सशक्त करेगा और देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
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